आईआईटी के 35 वैज्ञानिकों की टीम जुटी कोरोना का सॉल्युशन खोजने में, वेंटीलेटर का प्रोटोटाइप, पीपीई की सस्ती किट की डिजाइन बनाने में कामयाबी
KANPUR : 10 APRIL 2020
कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक आगे आए हैं। करीब 35 वैज्ञानिकों की टीम अलग-अलग शोधकर एंटी कोविड-19 वैक्सीन पर काम कर रही है।
कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक आगे आए हैं। करीब 35 वैज्ञानिकों की टीम अलग-अलग शोधकर एंटी कोविड-19 वैक्सीन पर काम कर रही है।
कई शोध सफल रहे तो कुछ में अभी काम जारी है। इसके साथ ही कोरोना फाइटर्स की मुश्किलें आसान करने के कारगर उपाय खोज गए हैं। भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार ने भी इनकी सराहना की है और उम्मीद जताई है कि जल्द ही कोरोना की लड़ाई में वैज्ञानिकों के यह प्रयास रंग लाएंगे।
देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिक भी कोरोना से निपटने को नई तकनीक विकसित करने में लगा है। संस्थान बंद होने के बावजूद वैज्ञानिकों की टीम अपने-अपने स्तर पर शोध कर रही है। इसके अलावा वैज्ञानिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और परिशोधन कक्ष बनाने के लिए भी शोध कर रहे हैं। संस्थान के निदेशक प्रो. अभय करिंदकर ने बताया कि कोविड-19 के इलाज में ये उपकरण भी कारगर साबित होंगे। ऐसे कई अन्य शोध भी चल रहे हैं जिनके सकारात्मक परिणाम जल्द ही सामने आएंगे।
पोर्टेबल वेंटिलेटर आसान करेगी मुश्किल : बायो साइंस एवं बायो इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. अमिताभ बंदोपाध्याय की टीम ने सस्ता पोर्टेबल वेंटिलेटर विकसित किया है, जो कोविड-19 के गंभीर मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उपयोगी साबित हो सकता है। इसे नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बायोलॉजी पुणे टेस्टिंग के लिए भेजा गया है।


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